Animal Husbandry 2023: किसानों के साथ-साथ पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा नई-नई योजनाएं चलाई जा रही हैं। देश में अधिकतर किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन का भी काम करते हैं। खेती के साथ-साथ सरकार ने किसानों को गाय की खरीद पर भी सब्सिडी देने का फैसला किया है ताकि किसान को पशुपालन से भी फायदा हो और उसकी आमदनी बढ़े. राज्य सरकार चाहती है कि किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करें ताकि उनकी आमदनी बढ़ सके. किसान दुधारू पशुओं का दूध बेचकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं. अगर चाहें तो छोटी डेयरी खोलकर भी इससे मुनाफा कमाया जा सकता है. इसी तरह अगर आप अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं तो एक बड़ी डेयरी खोलकर उसमें डेयरी उत्पाद जैसे दही, छाछ, पनीर आदि बेचकर उससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। यानी कुल मिलाकर पशुपालन करने वाले किसानों को बेहतर मुनाफा हो सकता है.
![Animal Husbandry 2023: दो गाय खरीदने पर मिल रही है 80,000 रुपये की सब्सिडी, यहां करें अप्लाई 2 cow](https://yojana247.com/wp-content/uploads/2023/08/cow.jpg)
इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार किसानों को गाय खरीदने पर भारी सब्सिडी दे रही है. यह सब्सिडी किसानों को दो गायों की खरीद पर दी जा रही है। लेकिन शर्त यह है कि किसान के पास पहले से ही गाय नहीं होनी चाहिए। इस योजना के तहत किसानों को दो गायों पर 80 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी. राज्य सरकार का उद्देश्य देशी गायों के पालन को बढ़ावा देना है. किसान दो देसी गाय खरीदने पर सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं. यह योजना विशेष रूप से छोटे किसानों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, ताकि वे खेती के साथ-साथ पशुपालन से भी लाभ उठा सकें, ताकि उनकी आय बढ़ सके।
डेयरी किसानों के लिए भी है खास योजना, 15000 रुपए का प्रोत्साहन दिया जाएगा
दूसरे राज्यों से गाय खरीदने के अलावा डेयरी किसानों को देशी गाय पालने के लिए भी प्रोत्साहन दिया जाएगा. इसके लिए राज्य में मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालन प्रोत्साहन योजना के तहत डेयरी किसानों को देशी नस्लों जैसे साहीवाल, गिर, गंगातिरी और थारपारकर गायों पर यह प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। पशुपालकों को यह प्रोत्साहन राशि दूध की मात्रा के आधार पर 10 से 15 हजार रुपये तक दी जाएगी.
कितने दूध उत्पादन पर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी
मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना यूपी (मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना, यूपी) के तहत डेयरी किसानों को साहीवाल, गिर, गंगातीरी, थारपारकर, हरियाणा गायों की स्वदेशी नस्ल का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को दो भागों में विभाजित किया गया है। पहले भाग में साहीवाल, गिर और थारपारकर गायों द्वारा प्रतिदिन 8 से 12 लीटर दूध देने पर 10,000 रुपये का प्रोत्साहन दिया जाएगा. वहीं, 12 लीटर से अधिक दूध उत्पादन पर पशुपालक को 15 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. वहीं, हरियाणवी गाय को प्रतिदिन 6 से 10 लीटर दूध देने पर 10,000 रुपये और इससे अधिक दूध देने पर 15,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. इसी प्रकार गंगातीरी नस्ल की गाय द्वारा प्रतिदिन 6 से 8 लीटर दूध देने पर 10,000 रुपये तथा 8 लीटर से अधिक दूध देने पर 15,000 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
किस नस्ल की देसी गाय खरीदने पर सब्सिडी दी जाएगी
राज्य सरकार द्वारा नंदबाबा दूध मिशन के तहत मुख्यमंत्री स्वदेशी गौसंवर्धन योजना शुरू की गई है। इसके लिए शासनादेश जारी किया जा चुका है। शासनादेश के मुताबिक, अगर किसान दूसरे राज्यों से साहीवाल, थारपारकर, गिर या संकर नस्ल की गाय खरीदते हैं तो उन्हें परिवहन, पारगमन बीमा और पशु बीमा समेत अन्य मदों में खर्च होने वाली रकम पर सब्सिडी दी जाएगी. यह सब्सिडी पशुपालकों को अधिकतम दो गायों पर दी जाएगी, जो 80,000 रुपये तक होगी.
योजना की क्या है शर्तें
इस योजना के तहत सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी किसानों और पशुपालकों को कुछ शर्तों को पूरा करना होगा। इनमें पहली शर्त यह है कि लाभार्थी के पास गाय पालने के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त लाभार्थी के पास दो से अधिक देशी उन्नत नस्ल की गायें नहीं होनी चाहिए। गाय पालकों को दूसरे राज्यों से ही उन्नत नस्ल की देशी गाय खरीदना जरूरी होगा। इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी की ओर से अनुमति पत्र जारी किया जायेगा। इसके बाद ही आप दूसरे राज्य से देशी नस्ल की गाय खरीद सकेंगे
योजना के तहत किसे दी जाएगी प्राथमिकता
विभाग द्वारा दो देशी नस्ल की गाय की खरीद पर सभी मदों में खर्च की जाने वाली कुल राशि 2 लाख रुपये मानी गयी है. जिस पर 40 फीसदी यानी अधिकतम 80,000 रुपये सब्सिडी के तौर पर दिए जा रहे हैं. इस योजना के अंतर्गत 50 प्रतिशत महिला दुग्ध उत्पादकों एवं पशुपालकों को प्राथमिकता दी जायेगी।