Ghasyari Kalyan Yojana: पहाड़ों पर रहने वाली महिलाओं की जिंदगी बहुत ही मुश्किलों भरी होती है। फिर चाहे वह रसोई के लिए लड़कियों का इंतजाम करना हो या फिर पशुओं के चारे के लिए घास की व्यवस्था करना हो, दोनों के लिए ही जंगल जाना पड़ता है। महिलाओं के लिए जंगल जाने की मजबूरी को खत्म करने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना की शुरुआत की थी। प्रदेश सरकार ने इस योजना की शुरुआत नवंबर 2021 में पौड़ी, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और चम्पावत जिलों से की गई थी। इस योजना को मिली शुरुआती सफलता के बाद सरकार ने इसमें चार और नए जिलों टिहरी, चमोली, नैनीताल और बागेश्वर को जोड़ दिया है। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को गांव में ही हरा चारा और पशु आहार दिया जाता है।
Ghasyari Kalyan Yojana मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना है क्या?
उत्तराखंड सरकार के द्वारा राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए और पशुपालकों की आय में वृद्धि करने एवं पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत पशुओं के लिए 25 से लेकर 30 किलो पशु आहार के वैक्यूम पैक्ड बैग दिए जाएंगे। इस आहार से दूध देने वाले पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार होगा, जिसके फलस्वरूप दुधारू पशु पहले की अपेक्षा अधिक दूध उत्पादन करेंगे। इसके अलावा घस्यारी महिलाओं को पशुओं के लिए चारा लाने के लिए इधर-उधर नहीं भटकना होगा। पर्वतीय क्षेत्रों में पशुपालने करने वाले पशुपालकों की रूचि पशुपालने के क्षेत्र में बढ़ेगी, इससे राज्य में दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा।इस योजना के जरिए पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी। जिससे उनके सामाजिक और आर्थिक जीवन में सुधार आएगा।
Ghasyari Kalyan Yojana कम दरों पर उपलब्ध होगा पशु चारा
इस योजना के माध्यम से पशुपालन करने वाली महिलाओं को सस्ते दामों पर पशु चारा मुहैया कराया जाएगा। सस्ता खाद्यान योजना की तर्ज पर पशुओं के लिए चारा दिया जाएगा। इसके अंतर्गत 7771 सहकारी केंद्रों पर कम दरों पर चारा बिक्री का इंतजाम किया जाएगा। यह केंद्र कई गांवों के संपर्क क्षेत्र में स्थित होगा। ऐसे में महिलाओं को अपने घरों के पास ही पशुओं के लिए लाभदायक हरा चारा उपलब्ध हो सकेगा।
उत्तराखंड सरकार की ओर से महिलाओं के लिए खास किट
उत्तराखंड सरकार के द्वारा खेती एवं पशुओं से संबंध रखने वाले परिवार की महिलाओं को मुफ्त खेती का सामान दिया जा रहा है। इस योजना के तहत खेती एवं पशुपालक कार्य से संबंधित महिलाओं के एक खास किट दी जा रही है। इसमें दो कुदाल, दो दरांती, खाने का डिब्बा और पानी की बोतल आदि सामान दिया जा रहा है।
क्या है इस घस्यारी कल्याण योजना Ghasyari Kalyan Yojana का उद्देश्य?
पशुओं को पौष्टिक आहार नहीं मिलने के कारण राज्य में दुग्ध उत्पादन में कमी आई है। इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के पशुओं के लिए पौष्टिक चारा उपलब्ध करवाना है। सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की जो महिलाएं पशुओं का चारा लेने के लिए कोसों दूर जाती है। वहां से सिर पर रखकर घास उठाकर लाते है। जंगलों में जंगली जानवरों के खतरे एवं महिलाओं के समय की बचत करने के लिए सरकार के द्वारा इस योजना की शुरुआत की गई है।
घस्यारी कल्याण योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
उत्तराखंड मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना Ghasyari Kalyan Yojana के लिए आवेदन के लिए लाभार्थियों के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट का विवरण, पासपोर्ट साइज फोटो, मूल निवास प्रमाण पत्र और पहचान पत्र जैसे दस्तावेजों का होना अनिवार्य है।
योजना के लिए कैसे करें अप्लाई
इस योजना का लाभ लेने के लिए राज्य के लाभार्थियों को पहले आवेदन की प्रक्रिया को पूर्ण करना होगा। जिसके लिए सरकार के द्वारा उत्तराखंड सरकार पोर्टल लॉन्च किया गया है। इस पोर्टल की आधिकारिका वेबसाइट uk.gov.in पर जाकर राज्य के सभी इच्छुक आवेदक आवेदन प्रक्रिया को पूरा कर इस योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं।