Onion Price Subsidy : इन दिनों टमाटर के बाद प्याज की उपज से किसान खुश नजर आ रहे हैं. यहां सरकार का ओएनजीसी को नियंत्रित करने में लगी हुई है, क्योंकि सरकार का बहुत पुराना संबंध है। यही वह प्याज हैं जिन्होंने 1980 में जनता पार्टी की सरकार को गिरा दिया था। जब मुख्य अभियंता इंदिरा गांधी की विशाल बहुमत जनता के बीच वोट आधार बने और उनके बाद उनका भारी बहुमत मिला। उस समय कांग्रेस पार्टी ने पेज को सबसे ज्यादा जीत की प्राप्ति की थी। इसलिए पेज के दाम बढ़ते ही विशेष दल को शामिल किया जा रहा है और इसके जिले को अपने कब्जे में लेने की कोशिश जारी है ताकि जनता की एकजुटता उनके समर्थकों पर भारी न पड़े। प्याज की खेती के बीच प्याज उत्पादक किसानों के लिए एक अच्छी खबर यह सामने आ रही है कि राज्य सरकार तीन लाख किसानों को 300 करोड़ रुपए का प्याज अनुदान देने जा रही है।
इसके तहत उन किसानों को सब्सिडी दी जाएगी जिन्होंने 1 फरवरी से 31 मार्च 2023 की अवधि के दौरान अपना प्याज सस्ती दरों पर बेचा है। दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा निर्यात शुल्क लगाए जाने के बाद राज्य के किसान नाराज हैं। प्याज पर 40 प्रतिशत तक. ऐसे में किसानों को खुश करने के लिए राज्य सरकार ने उन्हें प्याज पर सब्सिडी देने का फैसला किया है.
प्याज सब्सिडी का लाभ किन किसानों को मिलेगा? Onion Price Subsidy
फिलहाल प्याज पर सब्सिडी का फायदा सिर्फ महाराष्ट्र के किसानों को ही मिल पाएगा क्योंकि राज्य सरकार ने किसानों को सब्सिडी देने का फैसला किया है. यहां भाजपा गठबंधन की सरकार है और उसके नेता नहीं चाहते कि केंद्र द्वारा 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क को लेकर किसानों में नाराजगी हो।. ऐसे में राज्य की बीजेपी गठबंधन सरकार जल्द से जल्द किसानों को राहत देने में जुट गई है. प्याज की सब्सिडी का पैसा जारी किया जा रहा है. अगर आप भी महाराष्ट्र के प्याज उत्पादक किसान हैं तो आप भी इस सब्सिडी का फायदा उठा सकते हैं. सरकार की ओर से आपको प्याज सब्सिडी का लाभ भी दिया जाएगा. पहले चरण में, सब्सिडी नागपुर, रामगढ़, सांगली, सतारा, सांगली, ठाणे, अमरावती, बुलढाणा, चंद्रपुर, वर्धा, लातूर, यवतमाल, अकोला, जालना और वाशिम जिलों के पात्र किसानों के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाएगी। शेष जिलों के किसानों को दूसरे चरण में अनुदान राशि वितरित की जायेगी.
प्याज सब्सिडी के लिए क्या हैं शर्तें? Onion Price Subsidy
- किसान के पास खेत का मालिकाना हक होना चाहिए।
- प्याज बिक्री की रसीद जरूरी है।
- ई-फसल पंजीकरण या ई-पैरा रिपोर्ट अर्थात फसल बुआई का प्रमाण होना अनिवार्य है।
- हालांकि इन शर्तों में ढील देने की मांग उठती रही है, लेकिन उम्मीद है कि राज्य सरकार किसानों को इसमें ढील दे सकती है.
प्याज पर किसानों को कितनी मिलेगी सब्सिडी?
प्याज की कम कीमतों से परेशान किसानों को राज्य सरकार ने राहत देने का फैसला किया है. इसके तहत किसानों को 1 फरवरी से 31 मार्च 2023 की अवधि में बेचे गए प्याज पर 350 रुपये प्रति क्विंटल की दर से सब्सिडी दी जाएगी. आपको बता दें कि प्रत्येक प्याज उत्पादक को अधिकतम 200 क्विंटल पर सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया था. राज्य में। लेकिन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन अब आठ महीने बाद राज्य सरकार ने किसानों की सुध लेते हुए प्याज सब्सिडी की रकम जारी करना शुरू कर दिया है. इस प्याज राहत राशि या सब्सिडी वितरण का पहला चरण शुरू कर दिया गया है और किसानों को प्याज पर सब्सिडी का भुगतान किया जा रहा है। हालाँकि इस पैसे से केंद्र सरकार का कोई लेना-देना नहीं है.