PM Scholarship Yojana : केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई इस पीएम स्कॉलरशिप योजना का उद्देश्य देश के उन सभी बच्चों को सहायता प्रदान करना है जो अर्धसैनिक बलों, रेलवे कर्मियों, पूर्व सैनिकों, तटरक्षक बल, आतंकवाद एवं नक्सली हमलों में मारे गए परिवारों से संबंधित हैं उनका कल्याण करना है! ऐसे परिवारों के बच्चों को पीएम स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी। इन परिवारों के बच्चों को शिक्षित करने के लिए इस योजना का गठन किया गया है।
यह पीएम स्कॉलरशिप योजना साल 2006 में शुरू की गई थी. प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना के तहत हर साल लगभग 5500 लाभार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत लड़कियों के लिए 2500 रुपये प्रति माह और लड़कों के लिए 2500 रुपये प्रति माह की दर से हर साल छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि यह बढ़ोतरी साल 2019-2020 से की गई है!
क्या है पीएम छात्रवृत्ति योजना?
भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा जारी की जा रही है छात्रवृत्ति योजना। इसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर और कमजोर विद्यार्थियों को आगे की पढ़ाई के लिए सरकार द्वारा हर साल एक निश्चित राशि की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इस स्कॉलरशिप योजना के लिए कक्षा 9वीं और 11वीं के विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप के माध्यम से परीक्षा देनी होगी।
जानें क्या है पीएम छात्रवृत्ति योजना
पीएम छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रों को सालाना 36,000 रुपये तक की राशि दी जाती है.
PM Scholarship Yojana के लिए योग्यता
इसके लिए आवेदन करने वाले छात्रों के पास 12वीं में कम से कम 60% अंक होने चाहिए। यदि इससे कम अंक हैं तो आप छात्रवृत्ति का लाभ नहीं उठा पाएंगे।
जानें क्या है PM Scholarship Yojana
पीएम छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रों को सालाना 36,000 रुपये तक की राशि दी जाती है.
पीएम स्कॉलरशिप योजना का उद्देश्य
पीएम स्कॉलरशिप योजना (पीएम स्कॉलरशिप स्कीम) की शुरुआत इसलिए की गई क्योंकि, ताकि आतंकी हमलों में शहीद हुए जवानों के बच्चों को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराई जा सके.
कौन कर सकता है आवेदन
- आतंकी हमलों में शहीद हुए पुलिस कर्मियों, असम राइफल्स, आरपीएफ और आरपीएसएफ जवानों के बच्चे आवेदन कर सकते हैं।
- नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों के बच्चे इस स्कॉलरशिप का लाभ उठा सकते हैं.
- आतंकवादी या नक्सली हमलों में विकलांग हुए जवानों के बच्चे भी आवेदन कर सकते हैं।