Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana: महिलाओं के सशक्तिकरण हेतू सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जाती है। ऐसी ही एक योजना राजस्थान सरकार के द्वारा चलाई जा रही है। जिसका नाम हैं इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना। इस योजना के अंतर्गत सरकार के द्वारा राज्य की गर्भवती महिलाओं को लाभ प्रदान किया जाता है। अभी इस योजना की शुरुआत राजस्थान के चार जिलों प्रतापगढ़, उदयपुर, डूँगरपुर और बांसवाड़ा में की गई है। इसके माध्यम से राज्य की गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान किसी तरह के पोषण की कमी ना हो, इसके लिए आवेदक महिलाओं को सरकार के द्वारा 6000 रूपये की आर्थिक सहायता दूसरे बच्चे के जन्म के समय दी जाती है।
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana क्या है इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना?
इस योजना की शुरुआत हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी द्वारा राज्य की गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य और पोषण की सुविधा प्रदान कराने के लिए की गई है। इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को राजस्थान सरकार के द्वारा 19 नवंबर 2020 में हमारे देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जन्मदिन की 103 वीं जयंती पर शुरू किया गया था। इस योजना को महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा संचालित किया जाता है। इसके अंतर्गत राजस्थान सरकार के द्वारा गर्भवती महिलाओं को 6000 रूपए की आर्थिक सहायता 5 किस्तों में प्रदान की जाएगी सहायता 5 चरणों में प्रदान की जाएगी। इसके योजना के तहत अभी सिर्फ चार जिलों को ही शामिल किया गया है लेकिन जल्द ही पूरे प्रदेश में इस योजना को लागू किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से माता और बच्चे दोनों में कुपोषण कम होगा।
योजना के लिए राजस्थान सरकार का बजट
राजस्थान सरकार के द्वारा इस योजना के लिए 43 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। इस योजना के तहत स्टेट मिनिरल फाऊंडेशन ट्रस्ट के द्वारा फंडिंग की जाएगी, जो माइंस और जियोलॉजी डिपार्टमेंट के अंतर्गत काम करेगा। इसके अंतर्गत 2000 लाभार्थियों को पहली किस्त के रूप में 1000 रूपए दिए जाएंगे। इस योजना के तहत करीब 77 हजार महिलाओं को लाभ पहुंचाया जाएगा।
योजना को शुरू करने का क्या उद्देश्य है?
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को उचित स्वाथ्य देखभाल और पोषण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को ₹6000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। जिससे उन्हें बेहतर चिकित्सा और जाँच के लिए किसी आर्थिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और इस योजना के माध्यम से कुपोषण में भी कमी आएगी।
योजना में आवेदन करने हेतू पात्रता और दस्तावेज
इस योजना के अंतर्गत आवेदक महिला राजस्थान की स्थायी निवासी होनी चाहिए। आवेदक बीपीएल श्रेणी की होनी चाहिए। इस योजना में दूसरे बच्चे को जन्म देने वाली महिलाएँ ही आवेदन हेतु पात्र होगी। आवेदक महिला का बैंक में खाता होना आवश्यक है। इसके अंतर्गत गर्भवती महिलाएँ राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर बीपीएल परिवार से होनी चाहिए। योजना में आवेदन करने वाली महिला के पास आवेदन हेतु आधार कार्ड, बीपीएल राशन कार्ड, बैंक डिटेल्स, चार पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, मोबाइल नंबर, निवास प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र जैसे जरूरी दस्तावेजों का होना अनिवार्य है।
योजना में आवेदन करने के लिए प्रक्रिया
अगर आप इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के तहत आवेदन करना चाहते है,तो उसके लिए आपको कुछ समय इंतजार करना होगा। राजस्थान सरकार के द्वारा अभी केवल इस योजना 2023 की घोषणा की गई है। इसके योजना के तहत जल्द ही सरकार के द्वारा आवेदन प्रक्रिया की जाएगी। जैसे ही सरकार के द्वारा आवेदन करने की प्रक्रिया की जानकारी प्रदान की जाएगी।