आज के समय में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उद्योग पर्यटन है और 21वीं सदी में मुख्य वैश्विक उद्योग बनने की उम्मीद जताई जा रही है, क्योंकि पर्यटन सभी स्तरों पर आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक आदान-प्रदान के अवसर उपलब्ध कराता है। इसके साथ ही रोजगार के अवसर प्रदान करता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लोगों के लिए कई ऐसी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिससे हमारे देश के नागरिकों को बेहतर सुविधा प्रदान की जा सके और उसके साथ ही उनके जीवन शैली में सुधार हो सके। इन्हीं सबको देखते हुए राजस्थान सरकार द्वारा कोरोना वायरस के चलते राज्य में धीरे-धीरे बड़े पर्यटनों को पहले की तरह ही विकसित करने हेतू एक योजना शुरू की गई है। जिसका नाम है मुख्यमंत्री पर्यटन उद्योग संबल योजना। इसके माध्यम से राज्य के पर्यटन उद्योग को फिर से पहले की तरह बनाया जा सकेगा।
क्या है मुख्यमंत्री पर्यटन उद्योग संबल योजना ?
इस योजना को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा शुरू किया गया है। इसके माध्यम से राज्य सरकार द्वारा पर्यटन उद्योग को पहले की तरह बेहतर बनाने के लिए शुरू किया गया है। पिछले साल राज्य में कोरोनावायरस के कारण पर्यटन उद्योग को बहुत नुकसान हुआ था। जिसके कारण राज्य में पर्यटन उद्योग बहुत ही मंदा पड़ा है। इसके जरिए पर्यटन उद्योग को संबल मिल पाएगा। राज्य के पर्यटन के माध्यम से काफी मात्रा में राजस्व की प्राप्ति होगी और उसके लिए पर्यटन डेवलपमेंट पर ध्यान देने की आवश्यकता है। राज्य में इस योजना के माध्यम से पर्यटन उद्योग को आर्थिक रूप से मजबूत करने और पर्यटन के डेवलपमेंट के लिए कई ऐसी गतिविधियों को शुरू किया गया है। ताकि राज्य में पर्यटन उद्योग का विकास किया जा सके।
योजना का उद्देश्य क्या है?
मुख्यमंत्री पर्यटन उद्योग संबल योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देना है। ताकि इसके माध्यम से सैलानियों को आकर्षित करने के लिए सरकार द्वारा पर्यटन व्यवस्था को पहले की तरह बेहतर बना सकें। जिससे सैलानियों को बेहतर सुविधा प्रदान की जा सके। पर्यटन के माध्यम से राज्य में विकास हो सकेगा। राजस्थान सरकार द्वारा इस योजना के कार्य और उनके लिए 500 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है जिससे राज्य में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिल सकेगा। इस योजना के माध्यम से राज्य में बेरोजगार की समस्या से भी निजात मिल सकेगा और रोजगार का अवसर प्राप्त होंगे। इसके साथ ही पर्यटन उद्यमी की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा।
योजना में आवेदन करने हेतू जरूरी पात्रता एवं दस्तावेज
इस योजना में केवल राजस्थान राज्य की ट्रैवल और टूरिज्म उद्योग ही पात्र होंगी, अन्य राज्य के ट्रेवल उद्योगों को इसका लाभ नहीं मिल सकेगा। इसका लाभ लेने के लिए सामान्य वर्ग के लोगों की आयु 21 साल से 30 साल के बीच होनी चाहिए। एससी और एसटी वर्ग के लोगों की आयु 21 से 35 वर्ष तक के बीच होनी चाहिए। इस योजना के लिए शिक्षित बेरोजगार लोग ही पात्र माने जाएगे। इसके अलावा इस योजना के लिए महिला ट्रांसजेंडर और विशेष योग्यजन भी पात्र होंगे। राजस्थान सरकार द्वारा इस योजना में आवेदन करने के लिए अभी किसी भी जरूरी दस्तावेज के बारे में कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है
योजना में आवेदन के लिए आधिकारिक वेबसाइट
इस योजना में आवेदन करने के लिए राजस्थान सरकार द्वारा अभी तक किसी भी तरह की आधिकारिक वेबसाइट को लांच नहीं किया गया है। इस योजना के तहत राज्य सरकार के द्वारा अधिकारिक वेबसाइट को जल्द ही लांच किया जाएगा।