Delhi Pani Bill Mafi Yojana 2024: दिल्ली सरकार ने पानी के गलत बिल को लेकर एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत पानी के बिल को ठीक करा जाएगा। इस योजना को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुरू किया है। उन्होंने कहा, कि कई लोगों के पानी के मीटर के बिला अधिक आ रहे हैं और कई मीटर ऐसे है जिनकी रीडिंग नही हुई है या फिर मीटर रीडर के द्वारा गलत रीडिंग भर दी गई है। गलत बिल लोगों के पास गए है । ऐसे सभी लोगों के बिल ठीक कराएं जाएंगे। इसके लिए दिल्ली पानी बिल माफी योजना की शुरुआत की गई है। जिसे वन टाइम सेटेलमेंट योजनाभी कहा जा सकता है। दिल्ली पानी बिल माफी योजना से 11 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को लाभ प्राप्त होगा।
Delhi Pani Bill Mafi Yojana 2024
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने 13 जून 2023 को पानी के गलत बिलों को ठीक करने हेतू दिल्ली पानी बिल माफी योजना यानि वन टाइम सेटेलमेंट योजना की घोषणा की थी। इस योजना के अंतर्गत जिनके बिल में कोई गलती है या मीटर रीडिंग गलत हुई है ऐसे सभी लोगों के बिलों को ठीक किया जाएगा। यह योजना 1 अगस्त 2023 से शुरू की जाएगी, जिसे तीन महीने के लिए लागू किया जाएगा।
इस योजना के माध्यम से दिल्ली के करीब 11.7 लाख उपभोक्ताओं को लाभान्वित किया जाएगा। जिसमें से 20 हजार लीटर मुफ्त पानी का प्रयोग करने वाले उपभोक्ता सम्मिलित होंगे और बिल ठीक होने के बाद करीब 7 लाख उपभोक्ताओं के बिल जीरो हो जाएंगे। उपभोक्ताओं को इसके लिए बोर्ड के ऑफिस जाने के आवश्यकता नहीं होगी। मीटर रीडिंग के सिलसिले को खत्म करने के लिए सरकार के द्वारा कई कदम उठाए जाएंगे।
Delhi Pani Bill Mafi Yojana 2024 का विवरण
योजना का नाम | दिल्ली पानी बिल माफी योजना |
शुरू की गई | दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के द्वारा |
योजना का शुभारंभ | 1 अगस्त 2023 से |
लागू की जाएगी | 3 महीने के लिए |
लाभार्थी | दिल्ली के नागरिक |
उद्देश्य | पानी के गलत बिलों को ठीक करना |
राज्य | दिल्ली |
साल | 2024 |
बकाया बिल को दो श्रेणियों में होगा विभाजित
इस योजना के अंतर्गत लोगों को लाभ प्रदान करने के लिए बकाया बिलों को दो श्रेणियों में बांटा गया है।
- प्रथम श्रेणी
जिन लोगों के दो या दो से अधिक मीटर रीडिंग सही है और मीटर रीडर ने उपभोक्ता के घर जाकर वास्तविक रीडिंग ली है। जिससे उपभोक्ता संतुष्ट है। जिन उपभोक्ताओं के दो मीटर रीडिंग है तो दोनों का एवरेज लिया जाएगा। यदि दो से अधिक रीडिंग है तो बीच वाली मीटर रीडिंग का औसत निकाला जाएगा।
लेकिन अगली रीडिंग डबल से अधिक है तो यह माना जाएगा कि रीडिंग गलत ली गई है। इसके बाद उपभोक्ता के द्वारा जितने महीने का बिल नहीं भरा गया, उनके हर महीने के बिल में औसत बिल को डाल दिया जाएगा और उसी के अनुसार नया बिल बनाकर भेजा जाएगा।
- दूसरी श्रेणी
दूसरी श्रेणी में ऐसे लोग आएंगे, जिनकी कोई औसत रीडिंग नहीं हुई है। उसके लिए उनके पड़ोसियों का बिल देखा जाएगा क्योंकि उपभोक्ता जिस इलाके में रहता होगा और उसका 300, 200 या 100 गज का मकान है तो उस एरिया में उसी आकार के जितने घर होंगे, उनकी मीटर रीडिंग का औसत निकाला जाएगा और उसी के मुताबिक उपभोक्ता के पानी का बिल बना दिया जाएगा।
पानी के प्रोडक्शन को 1300 एमजीडी तक पहुंचाना है
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, कि जब हमारी सरकार बनी थी, तब दिल्ली में 850 एमजीडी पानी उत्पन्न होता था। जिसे हमने अब 1000 तक पहुंचा दिया है। सरकार का यह लक्ष्य है, कि इसे करीब 1300 एमजीडी तक पहुंचाना। जिसके लिए कई बड़ी- बड़ी योजनाएं चलाई जा रही है। जहां पर प्राकृतिक रिचार्ज होता है, ताकि पानी की कमी को दूर किया जा सकेगा।
खासकर यमुना का फ्लैट प्लान। यहां पानी के ट्यूबवेल बड़े स्तर पर लगाए जा रहे है। शिविर को ट्रीट करके एसटी में जो पानी निकलता है उसे अभी यमुना में बहाया जाता है। अब इन 35 प्लांट से साफ हुए पानी को कृत्रिम झीलों में डाला जाएगा। जब पानी का लेवल बढ़ेगा तो ट्यूबवेल खोदेंगे और वहां के पानी को निकालकर आरओ से साफ करेंगे और फिर सप्लाई करेंगे। इस प्रकार छोटे-छोटे ट्यूबवेल की जरूरत नहीं पड़ेगी और एक डेढ़ साल में दिल्ली में पानी की कमी नहीं होगी।
योजना के लिए पात्रता
- इस योजना का लाभ लेने के लिए उम्मीदवार को दिल्ली का मूल निवासी होना चाहिए।
- उम्मीदवार को 3 महीनों में नए बिल के अनुसार से पानी का बिल भरना होगा।